महाभारतम् — 7.143.2
Original
Segmented
नाकुलि चित्रसेनम् तु नाराचेन आर्दयत् भृशम् स च तम् प्रतिविव्याध दशभिः निशितैः शरैः
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| नाकुलि | नाकुलि | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| चित्रसेनम् | चित्रसेन | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| तु | तु | pos=i |
| नाराचेन | नाराच | pos=n,g=m,c=3,n=s |
| आर्दयत् | अर्दय् | pos=v,p=3,n=s,l=lan |
| भृशम् | भृशम् | pos=i |
| स | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| च | च | pos=i |
| तम् | तद् | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| प्रतिविव्याध | प्रतिव्यध् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| दशभिः | दशन् | pos=n,g=m,c=3,n=p |
| निशितैः | निशा | pos=va,g=m,c=3,n=p,f=part |
| शरैः | शर | pos=n,g=m,c=3,n=p |