महाभारतम् — 7.144.14
Original
Segmented
तस्य तद् वचनम् श्रुत्वा माद्री-पुत्रस्य धीमतः प्रायात् तेन रणे राजन् येन द्रोणो ऽन्वयुध्यत
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| तस्य | तद् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| तद् | तद् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| वचनम् | वचन | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| श्रुत्वा | श्रु | pos=vi |
| माद्री | माद्री | pos=n,comp=y |
| पुत्रस्य | पुत्र | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| धीमतः | धीमत् | pos=a,g=m,c=6,n=s |
| प्रायात् | प्रया | pos=v,p=3,n=s,l=lan |
| तेन | तद् | pos=n,g=m,c=3,n=s |
| रणे | रण | pos=n,g=m,c=7,n=s |
| राजन् | राजन् | pos=n,g=m,c=8,n=s |
| येन | येन | pos=i |
| द्रोणो | द्रोण | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| ऽन्वयुध्यत | अनुयुध् | pos=v,p=3,n=s,l=lan |