महाभारतम् — 7.145.15
Original
Segmented
छित्त्वा तु समरे बाणम् शरैः संनत-पर्वभिः धृष्टद्युम्नम् रणे कर्णो विव्याध दशभिः शरैः
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| छित्त्वा | छिद् | pos=vi |
| तु | तु | pos=i |
| समरे | समर | pos=n,g=n,c=7,n=s |
| बाणम् | बाण | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| शरैः | शर | pos=n,g=m,c=3,n=p |
| संनत | संनम् | pos=va,comp=y,f=part |
| पर्वभिः | पर्वन् | pos=n,g=m,c=3,n=p |
| धृष्टद्युम्नम् | धृष्टद्युम्न | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| रणे | रण | pos=n,g=m,c=7,n=s |
| कर्णो | कर्ण | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| विव्याध | व्यध् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| दशभिः | दशन् | pos=n,g=m,c=3,n=p |
| शरैः | शर | pos=n,g=m,c=3,n=p |