महाभारतम् — 7.158.4
Original
Segmented
संजय उवाच संग्रामाद् विनिवृत्तानाम् सर्वेषाम् नो विशाम् पते रात्रौ कुरु-कुल-श्रेष्ठ मन्त्रो ऽयम् समजायत
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| संजय | संजय | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| संग्रामाद् | संग्राम | pos=n,g=m,c=5,n=s |
| विनिवृत्तानाम् | विनिवृत् | pos=va,g=m,c=6,n=p,f=part |
| सर्वेषाम् | सर्व | pos=n,g=m,c=6,n=p |
| नो | मद् | pos=n,g=,c=6,n=p |
| विशाम् | विश् | pos=n,g=f,c=6,n=p |
| पते | पति | pos=n,g=m,c=8,n=s |
| रात्रौ | रात्रि | pos=n,g=f,c=7,n=s |
| कुरु | कुरु | pos=n,comp=y |
| कुल | कुल | pos=n,comp=y |
| श्रेष्ठ | श्रेष्ठ | pos=a,g=m,c=8,n=s |
| मन्त्रो | मन्त्र | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| ऽयम् | इदम् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| समजायत | संजन् | pos=v,p=3,n=s,l=lan |