महाभारतम् — 7.160.37
Original
Segmented
इति उक्त्वा समरे द्रोणो न्यवर्तत यतः परे द्वैधीकृत्य ततः सेनाम् युद्धम् समभवत् तदा
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| इति | इति | pos=i |
| उक्त्वा | वच् | pos=vi |
| समरे | समर | pos=n,g=n,c=7,n=s |
| द्रोणो | द्रोण | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| न्यवर्तत | निवृत् | pos=v,p=3,n=s,l=lan |
| यतः | यतस् | pos=i |
| परे | पर | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| द्वैधीकृत्य | द्वैधीकृ | pos=vi |
| ततः | ततस् | pos=i |
| सेनाम् | सेना | pos=n,g=f,c=2,n=s |
| युद्धम् | युद्ध | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| समभवत् | सम्भू | pos=v,p=3,n=s,l=lan |
| तदा | तदा | pos=i |