महाभारतम् — 7.164.68
Original
Segmented
आस्थीयताम् जये योगो धर्मम् उत्सृज्य पाण्डव यथा वः संयुगे सर्वान् न हन्याद् रुक्मवाहनः
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| आस्थीयताम् | आस्था | pos=v,p=3,n=s,l=lot |
| जये | जय | pos=n,g=m,c=7,n=s |
| योगो | योग | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| धर्मम् | धर्म | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| उत्सृज्य | उत्सृज् | pos=vi |
| पाण्डव | पाण्डव | pos=n,g=m,c=8,n=s |
| यथा | यथा | pos=i |
| वः | त्वद् | pos=n,g=,c=6,n=p |
| संयुगे | संयुग | pos=n,g=n,c=7,n=s |
| सर्वान् | सर्व | pos=n,g=m,c=2,n=p |
| न | न | pos=i |
| हन्याद् | हन् | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |
| रुक्मवाहनः | रुक्मवाहन | pos=n,g=m,c=1,n=s |