महाभारतम् — 7.167.9
Original
Segmented
संजय उवाच प्राग् एव विद्रुतान् दृष्ट्वा धार्तराष्ट्रान् युधिष्ठिरः पुनः च तुमुलम् शब्दम् श्रुत्वा अर्जुनम् अभाषत
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| संजय | संजय | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| प्राग् | प्राक् | pos=i |
| एव | एव | pos=i |
| विद्रुतान् | विद्रु | pos=va,g=m,c=2,n=p,f=part |
| दृष्ट्वा | दृश् | pos=vi |
| धार्तराष्ट्रान् | धार्तराष्ट्र | pos=n,g=m,c=2,n=p |
| युधिष्ठिरः | युधिष्ठिर | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| पुनः | पुनर् | pos=i |
| च | च | pos=i |
| तुमुलम् | तुमुल | pos=a,g=m,c=2,n=s |
| शब्दम् | शब्द | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| श्रुत्वा | श्रु | pos=vi |
| अर्जुनम् | अर्जुन | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| अभाषत | भाष् | pos=v,p=3,n=s,l=lan |