महाभारतम् — 7.168.1
Original
Segmented
संजय उवाच अर्जुनस्य वचः श्रुत्वा न ऊचुः तत्र महा-रथाः अप्रियम् वा प्रियम् वा अपि महा-राज धनंजयम्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| संजय | संजय | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| अर्जुनस्य | अर्जुन | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| वचः | वचस् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| श्रुत्वा | श्रु | pos=vi |
| न | न | pos=i |
| ऊचुः | वच् | pos=v,p=3,n=p,l=lit |
| तत्र | तत्र | pos=i |
| महा | महत् | pos=a,comp=y |
| रथाः | रथ | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| अप्रियम् | अप्रिय | pos=a,g=n,c=2,n=s |
| वा | वा | pos=i |
| प्रियम् | प्रिय | pos=a,g=n,c=2,n=s |
| वा | वा | pos=i |
| अपि | अपि | pos=i |
| महा | महत् | pos=a,comp=y |
| राज | राज | pos=n,g=m,c=8,n=s |
| धनंजयम् | धनंजय | pos=n,g=m,c=2,n=s |