महाभारतम् — 7.171.1
Original
Segmented
संजय उवाच भीमसेनम् समाकीर्णम् दृष्ट्वा अस्त्रेण धनंजयः तेजसः प्रतिघात-अर्थम् वारुणेन समावृणोत्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| संजय | संजय | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| भीमसेनम् | भीमसेन | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| समाकीर्णम् | समाकृ | pos=va,g=m,c=2,n=s,f=part |
| दृष्ट्वा | दृश् | pos=vi |
| अस्त्रेण | अस्त्र | pos=n,g=n,c=3,n=s |
| धनंजयः | धनंजय | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| तेजसः | तेजस् | pos=n,g=n,c=6,n=s |
| प्रतिघात | प्रतिघात | pos=n,comp=y |
| अर्थम् | अर्थ | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| वारुणेन | वारुण | pos=a,g=n,c=3,n=s |
| समावृणोत् | समावृ | pos=v,p=3,n=s,l=lan |