महाभारतम् — 7.172.70
Original
Segmented
दिव्य-आवृतौ मानसौ द्वौ सुपर्णाव् अवाक् शाखः पिप्पलः सप्त गोपाः दश अपि अन्ये ये पुरम् धारयन्ति त्वया सृष्टाः ते हि तेभ्यः परः त्वम् भूतम् भव्यम् भविता च अपि अधृष्यम् त्वद्-सम्भूतानि भुवनानि इह विश्वा
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| दिव्य | दिव्य | pos=a,comp=y |
| आवृतौ | आवृ | pos=va,g=m,c=1,n=d,f=part |
| मानसौ | मानस | pos=a,g=m,c=1,n=d |
| द्वौ | द्वि | pos=n,g=m,c=1,n=d |
| सुपर्णाव् | सुपर्ण | pos=n,g=m,c=1,n=d |
| अवाक् | अवाक् | pos=i |
| शाखः | शाखा | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| पिप्पलः | पिप्पल | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| सप्त | सप्तन् | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| गोपाः | गोप | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| दश | दशन् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| अपि | अपि | pos=i |
| अन्ये | अन्य | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| ये | यद् | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| पुरम् | पुर | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| धारयन्ति | धारय् | pos=v,p=3,n=p,l=lat |
| त्वया | त्वद् | pos=n,g=,c=3,n=s |
| सृष्टाः | सृज् | pos=va,g=m,c=1,n=p,f=part |
| ते | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| हि | हि | pos=i |
| तेभ्यः | तद् | pos=n,g=m,c=5,n=p |
| परः | पर | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| त्वम् | त्वद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
| भूतम् | भू | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part |
| भव्यम् | भू | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=krtya |
| भविता | भवितृ | pos=a,g=m,c=1,n=s |
| च | च | pos=i |
| अपि | अपि | pos=i |
| अधृष्यम् | अधृष्य | pos=a,g=n,c=1,n=s |
| त्वद् | त्वद् | pos=n,comp=y |
| सम्भूतानि | सम्भू | pos=va,g=n,c=1,n=p,f=part |
| भुवनानि | भुवन | pos=n,g=n,c=1,n=p |
| इह | इह | pos=i |
| विश्वा | विश्व | pos=n,g=n,c=1,n=p |