महाभारतम् — 7.21.18
Original
Segmented
कर्ण उवाच न एष जातु महा-बाहुः जीवन्न् आहवम् उत्सृजेत् न च इमान् पुरुष-व्याघ्र सिंहनादान् विशक्ष्यते
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| कर्ण | कर्ण | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| न | न | pos=i |
| एष | एतद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| जातु | जातु | pos=i |
| महा | महत् | pos=a,comp=y |
| बाहुः | बाहु | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| जीवन्न् | जीव् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
| आहवम् | आहव | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| उत्सृजेत् | उत्सृज् | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |
| न | न | pos=i |
| च | च | pos=i |
| इमान् | इदम् | pos=n,g=m,c=2,n=p |
| पुरुष | पुरुष | pos=n,comp=y |
| व्याघ्र | व्याघ्र | pos=n,g=m,c=8,n=s |
| सिंहनादान् | सिंहनाद | pos=n,g=m,c=2,n=p |
| विशक्ष्यते | विशक् | pos=v,p=3,n=s,l=lrt |