महाभारतम् — 7.3.12
Original
Segmented
बुद्ध्या विशुद्धया युक्तो यः कुरून् तारयेत् भयात् योधान् त्वम् अप्लवे हित्वा पितृ-लोकम् गमिष्यसि
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| बुद्ध्या | बुद्धि | pos=n,g=f,c=3,n=s |
| विशुद्धया | विशुध् | pos=va,g=f,c=3,n=s,f=part |
| युक्तो | युज् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
| यः | यद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| कुरून् | कुरु | pos=n,g=m,c=2,n=p |
| तारयेत् | तारय् | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |
| भयात् | भय | pos=n,g=n,c=5,n=s |
| योधान् | योध | pos=n,g=m,c=2,n=p |
| त्वम् | त्वद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
| अप्लवे | अप्लव | pos=a,g=m,c=7,n=s |
| हित्वा | हा | pos=vi |
| पितृ | पितृ | pos=n,comp=y |
| लोकम् | लोक | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| गमिष्यसि | गम् | pos=v,p=2,n=s,l=lrt |