महाभारतम् — 7.38.14
Original
Segmented
द्रोणस्य प्रीति-संयुक्तम् श्रुत्वा वाक्यम् ते आत्मजः आर्जुनिम् प्रति संक्रुद्धो द्रोणम् दृष्ट्वा स्मयन्न् इव
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| द्रोणस्य | द्रोण | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| प्रीति | प्रीति | pos=n,comp=y |
| संयुक्तम् | संयुज् | pos=va,g=n,c=2,n=s,f=part |
| श्रुत्वा | श्रु | pos=vi |
| वाक्यम् | वाक्य | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| ते | त्वद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
| आत्मजः | आत्मज | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| आर्जुनिम् | आर्जुनि | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| प्रति | प्रति | pos=i |
| संक्रुद्धो | संक्रुध् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
| द्रोणम् | द्रोण | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| दृष्ट्वा | दृश् | pos=vi |
| स्मयन्न् | स्मि | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
| इव | इव | pos=i |