महाभारतम् — 7.38.17
Original
Segmented
न हि अस्य समरे मुच्येद् अन्तको अपि आततायिनः किम् अङ्ग पुनः एव अन्यः मर्त्यः सत्यम् ब्रवीमि वः
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| न | न | pos=i |
| हि | हि | pos=i |
| अस्य | इदम् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| समरे | समर | pos=n,g=n,c=7,n=s |
| मुच्येद् | मुच् | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |
| अन्तको | अन्तक | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| अपि | अपि | pos=i |
| आततायिनः | आततायिन् | pos=a,g=m,c=2,n=p |
| किम् | किम् | pos=i |
| अङ्ग | अङ्ग | pos=i |
| पुनः | पुनर् | pos=i |
| एव | एव | pos=i |
| अन्यः | अन्य | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| मर्त्यः | मर्त्य | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| सत्यम् | सत्य | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| ब्रवीमि | ब्रू | pos=v,p=1,n=s,l=lat |
| वः | त्वद् | pos=n,g=,c=2,n=p |