महाभारतम् — 7.38.3
Original
Segmented
संजय उवाच हन्त ते सम्प्रवक्ष्यामि विमर्दम् अति दारुणम् एकस्य च बहूनाम् च यथा आसीत् तुमुलो रणः
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| संजय | संजय | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| हन्त | हन्त | pos=i |
| ते | त्वद् | pos=n,g=,c=4,n=s |
| सम्प्रवक्ष्यामि | सम्प्रवच् | pos=v,p=1,n=s,l=lrt |
| विमर्दम् | विमर्द | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| अति | अति | pos=i |
| दारुणम् | दारुण | pos=a,g=m,c=2,n=s |
| एकस्य | एक | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| च | च | pos=i |
| बहूनाम् | बहु | pos=a,g=m,c=6,n=p |
| च | च | pos=i |
| यथा | यथा | pos=i |
| आसीत् | अस् | pos=v,p=3,n=s,l=lan |
| तुमुलो | तुमुल | pos=a,g=m,c=1,n=s |
| रणः | रण | pos=n,g=m,c=1,n=s |