महाभारतम् — 7.41.11
Original
Segmented
संजय उवाच द्रौपदी-हरणे यत् तद् भीमसेनेन निर्जितः मानात् स तप्तवान् राजा वर-अर्थी सु महत् तपः
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| संजय | संजय | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| द्रौपदी | द्रौपदी | pos=n,comp=y |
| हरणे | हरण | pos=n,g=n,c=7,n=s |
| यत् | यत् | pos=i |
| तद् | तद् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| भीमसेनेन | भीमसेन | pos=n,g=m,c=3,n=s |
| निर्जितः | निर्जि | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
| मानात् | मान | pos=n,g=m,c=5,n=s |
| स | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| तप्तवान् | तप् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
| राजा | राजन् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| वर | वर | pos=n,comp=y |
| अर्थी | अर्थिन् | pos=a,g=m,c=1,n=s |
| सु | सु | pos=i |
| महत् | महत् | pos=a,g=n,c=2,n=s |
| तपः | तपस् | pos=n,g=n,c=2,n=s |