महाभारतम् — 7.46.15
Original
Segmented
षष्ट्या शराणाम् तम् द्रौणि तिग्म-धारा सु तेजनैः उग्रैः न अकम्पयत् विद्ध्वा मैनाकम् इव पर्वतम्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| षष्ट्या | षष्टि | pos=n,g=f,c=3,n=s |
| शराणाम् | शर | pos=n,g=m,c=6,n=p |
| तम् | तद् | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| द्रौणि | द्रौणि | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| तिग्म | तिग्म | pos=a,comp=y |
| धारा | धारा | pos=n,g=m,c=3,n=p |
| सु | सु | pos=i |
| तेजनैः | तेजन | pos=n,g=m,c=3,n=p |
| उग्रैः | उग्र | pos=a,g=m,c=3,n=p |
| न | न | pos=i |
| अकम्पयत् | कम्पय् | pos=v,p=3,n=s,l=lan |
| विद्ध्वा | व्यध् | pos=vi |
| मैनाकम् | मैनाक | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| इव | इव | pos=i |
| पर्वतम् | पर्वत | pos=n,g=m,c=2,n=s |