महाभारतम् — 7.52.24
Original
Segmented
द्रोण उवाच समम् आचार्यकम् तात तव च एव अर्जुनस्य च योगाद् दुःख-उचित-त्वात् च तस्मात् त्वत्तो ऽधिको ऽर्जुनः
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| द्रोण | द्रोण | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| समम् | सम | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| आचार्यकम् | आचार्यक | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| तात | तात | pos=n,g=m,c=8,n=s |
| तव | त्वद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
| च | च | pos=i |
| एव | एव | pos=i |
| अर्जुनस्य | अर्जुन | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| च | च | pos=i |
| योगाद् | योग | pos=n,g=m,c=5,n=s |
| दुःख | दुःख | pos=n,comp=y |
| उचित | उचित | pos=a,comp=y |
| त्वात् | त्व | pos=n,g=n,c=5,n=s |
| च | च | pos=i |
| तस्मात् | तस्मात् | pos=i |
| त्वत्तो | त्वद् | pos=n,g=m,c=5,n=s |
| ऽधिको | अधिक | pos=a,g=m,c=1,n=s |
| ऽर्जुनः | अर्जुन | pos=n,g=m,c=1,n=s |