महाभारतम् — 7.53.23
Original
Segmented
समायुक्तो हि कौन्तेयो वासुदेवेन धीमता स अमरान् अपि लोकान् त्रीन् निहन्यात् इति मे मतिः
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| समायुक्तो | समायुज् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
| हि | हि | pos=i |
| कौन्तेयो | कौन्तेय | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| वासुदेवेन | वासुदेव | pos=n,g=m,c=3,n=s |
| धीमता | धीमत् | pos=a,g=m,c=3,n=s |
| स | स | pos=i |
| अमरान् | अमर | pos=n,g=m,c=2,n=p |
| अपि | अपि | pos=i |
| लोकान् | लोक | pos=n,g=m,c=2,n=p |
| त्रीन् | त्रि | pos=n,g=m,c=2,n=p |
| निहन्यात् | निहन् | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |
| इति | इति | pos=i |
| मे | मद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
| मतिः | मति | pos=n,g=f,c=1,n=s |