महाभारतम् — 7.53.47
Original
Segmented
बहु-आगस्कृत् कुसंबन्धी पाप-देश-समुद्भवः मया सैन्धवको राजा हतः स्वाञ् शोचयिष्यति
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| बहु | बहु | pos=a,comp=y |
| आगस्कृत् | आगस्कृत् | pos=a,g=m,c=1,n=s |
| कुसंबन्धी | कुसंबन्धिन् | pos=a,g=m,c=1,n=s |
| पाप | पाप | pos=a,comp=y |
| देश | देश | pos=n,comp=y |
| समुद्भवः | समुद्भव | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| मया | मद् | pos=n,g=,c=3,n=s |
| सैन्धवको | सैन्धवक | pos=a,g=m,c=1,n=s |
| राजा | राजन् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| हतः | हन् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
| स्वाञ् | स्व | pos=a,g=m,c=2,n=p |
| शोचयिष्यति | शोचय् | pos=v,p=3,n=s,l=lrt |