महाभारतम् — 7.56.26
Original
Segmented
श्वो निरीक्षन्तु मे वीर्यम् त्रयो लोका महा-आहवे धनञ्जय-अर्थम् समरे पराक्रान्तस्य दारुक
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| श्वो | श्वस् | pos=i |
| निरीक्षन्तु | निरीक्ष् | pos=v,p=3,n=p,l=lot |
| मे | मद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
| वीर्यम् | वीर्य | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| त्रयो | त्रि | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| लोका | लोक | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| महा | महत् | pos=a,comp=y |
| आहवे | आहव | pos=n,g=m,c=7,n=s |
| धनञ्जय | धनंजय | pos=n,comp=y |
| अर्थम् | अर्थ | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| समरे | समर | pos=n,g=n,c=7,n=s |
| पराक्रान्तस्य | पराक्रम् | pos=va,g=m,c=6,n=s,f=part |
| दारुक | दारुक | pos=n,g=m,c=8,n=s |