महाभारतम् — 7.56.40
Original
Segmented
दारुक उवाच जय एव ध्रुवः तस्य कुत एव पराजयः यस्य त्वम् पुरुष-व्याघ्र सारथ्यम् उपजग्मिवान्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| दारुक | दारुक | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| जय | जय | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| एव | एव | pos=i |
| ध्रुवः | ध्रुव | pos=a,g=m,c=1,n=s |
| तस्य | तद् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| कुत | कुतस् | pos=i |
| एव | एव | pos=i |
| पराजयः | पराजय | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| यस्य | यद् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| त्वम् | त्वद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
| पुरुष | पुरुष | pos=n,comp=y |
| व्याघ्र | व्याघ्र | pos=n,g=m,c=8,n=s |
| सारथ्यम् | सारथ्य | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| उपजग्मिवान् | उपगम् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |