महाभारतम् — 7.57.78
Original
Segmented
ततः प्रीतम् भवम् ज्ञात्वा स्मृतिमान् अर्जुनः तदा वरम् आरण्यकम् दत्तम् दर्शनम् शंकरस्य च मनसा चिन्तयामास तत् मे संपद्यताम् इति
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| ततः | ततस् | pos=i |
| प्रीतम् | प्री | pos=va,g=m,c=2,n=s,f=part |
| भवम् | भव | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| ज्ञात्वा | ज्ञा | pos=vi |
| स्मृतिमान् | स्मृतिमत् | pos=a,g=m,c=1,n=s |
| अर्जुनः | अर्जुन | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| तदा | तदा | pos=i |
| वरम् | वर | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| आरण्यकम् | आरण्यक | pos=a,g=m,c=2,n=s |
| दत्तम् | दा | pos=va,g=m,c=2,n=s,f=part |
| दर्शनम् | दर्शन | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| शंकरस्य | शंकर | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| च | च | pos=i |
| मनसा | मनस् | pos=n,g=n,c=3,n=s |
| चिन्तयामास | चिन्तय् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| तत् | तद् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| मे | मद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
| संपद्यताम् | सम्पद् | pos=v,p=3,n=s,l=lot |
| इति | इति | pos=i |