महाभारतम् — 7.57.8
Original
Segmented
शोचन् नन्दयते शत्रून् कर्शयति अपि बान्धवान् क्षीयते च नरः तस्मात् न त्वम् शोचितुम् अर्हसि
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| शोचन् | शुच् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
| नन्दयते | नन्दय् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
| शत्रून् | शत्रु | pos=n,g=m,c=2,n=p |
| कर्शयति | कर्शय् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
| अपि | अपि | pos=i |
| बान्धवान् | बान्धव | pos=n,g=m,c=2,n=p |
| क्षीयते | क्षि | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
| च | च | pos=i |
| नरः | नर | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| तस्मात् | तस्मात् | pos=i |
| न | न | pos=i |
| त्वम् | त्वद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
| शोचितुम् | शुच् | pos=vi |
| अर्हसि | अर्ह् | pos=v,p=2,n=s,l=lat |