महाभारतम् — 7.61.1
Original
Segmented
धृतराष्ट्र उवाच श्वोभूते किम् अकार्षुः ते दुःख-शोक-समन्विताः अभिमन्यौ हते तत्र के वा अयुध्यन्त मामकाः
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| धृतराष्ट्र | धृतराष्ट्र | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| श्वोभूते | श्वोभूत | pos=a,g=n,c=7,n=s |
| किम् | क | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| अकार्षुः | कृ | pos=v,p=3,n=p,l=lun |
| ते | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| दुःख | दुःख | pos=n,comp=y |
| शोक | शोक | pos=n,comp=y |
| समन्विताः | समन्वित | pos=a,g=m,c=1,n=p |
| अभिमन्यौ | अभिमन्यु | pos=n,g=m,c=7,n=s |
| हते | हन् | pos=va,g=m,c=7,n=s,f=part |
| तत्र | तत्र | pos=i |
| के | क | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| वा | वा | pos=i |
| अयुध्यन्त | युध् | pos=v,p=3,n=p,l=lan |
| मामकाः | मामक | pos=a,g=m,c=1,n=p |