महाभारतम् — 7.62.1
Original
Segmented
संजय उवाच हन्त ते सम्प्रवक्ष्यामि सर्वम् प्रत्यक्ष-दर्शिवत् शुश्रूषस्व स्थिरो भूत्वा तव हि अपनयः महान्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| संजय | संजय | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| हन्त | हन्त | pos=i |
| ते | त्वद् | pos=n,g=,c=4,n=s |
| सम्प्रवक्ष्यामि | सम्प्रवच् | pos=v,p=1,n=s,l=lrt |
| सर्वम् | सर्व | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| प्रत्यक्ष | प्रत्यक्ष | pos=a,comp=y |
| दर्शिवत् | दर्शिवत् | pos=a,g=m,c=1,n=s |
| शुश्रूषस्व | शुश्रूष् | pos=v,p=2,n=s,l=lot |
| स्थिरो | स्थिर | pos=a,g=m,c=1,n=s |
| भूत्वा | भू | pos=vi |
| तव | त्वद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
| हि | हि | pos=i |
| अपनयः | अपनय | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| महान् | महत् | pos=a,g=m,c=1,n=s |