महाभारतम् — 7.62.8
Original
Segmented
स कृत्वा पितृ-कर्म त्वम् पुत्रम् संस्थाप्य सत्-पथे वर्तेथा यदि धर्मेण न त्वाम् व्यसनम् आव्रजेत्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| स | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| कृत्वा | कृ | pos=vi |
| पितृ | पितृ | pos=n,comp=y |
| कर्म | कर्मन् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| त्वम् | त्वद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
| पुत्रम् | पुत्र | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| संस्थाप्य | संस्थापय् | pos=vi |
| सत् | सत् | pos=a,comp=y |
| पथे | पथ | pos=n,g=m,c=7,n=s |
| वर्तेथा | वृत् | pos=v,p=2,n=s,l=vidhilin |
| यदि | यदि | pos=i |
| धर्मेण | धर्म | pos=n,g=m,c=3,n=s |
| न | न | pos=i |
| त्वाम् | त्वद् | pos=n,g=,c=2,n=s |
| व्यसनम् | व्यसन | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| आव्रजेत् | आव्रज् | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |