महाभारतम् — 7.66.25
Original
Segmented
विशेषयिष्यञ् शिष्यम् च द्रोणो राजन् पराक्रमी अदृश्यम् अर्जुनम् चक्रे निमेषात् शर-वृष्टिभिः
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| विशेषयिष्यञ् | विशेषय् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
| शिष्यम् | शिष्य | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| च | च | pos=i |
| द्रोणो | द्रोण | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| राजन् | राजन् | pos=n,g=m,c=8,n=s |
| पराक्रमी | पराक्रमिन् | pos=a,g=m,c=1,n=s |
| अदृश्यम् | अदृश्य | pos=a,g=m,c=2,n=s |
| अर्जुनम् | अर्जुन | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| चक्रे | कृ | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| निमेषात् | निमेष | pos=n,g=m,c=5,n=s |
| शर | शर | pos=n,comp=y |
| वृष्टिभिः | वृष्टि | pos=n,g=f,c=3,n=p |