महाभारतम् — 7.68.20
Original
Segmented
संछन्नम् शर-जालेन रथम् दृष्ट्वा स केशवम् शत्रू च अभिमुखौ दृष्ट्वा दीप् इव अनलौ
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| संछन्नम् | संछद् | pos=va,g=m,c=2,n=s,f=part |
| शर | शर | pos=n,comp=y |
| जालेन | जाल | pos=n,g=n,c=3,n=s |
| रथम् | रथ | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| दृष्ट्वा | दृश् | pos=vi |
| स | स | pos=i |
| केशवम् | केशव | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| शत्रू | शत्रु | pos=n,g=m,c=2,n=d |
| च | च | pos=i |
| अभिमुखौ | अभिमुख | pos=a,g=m,c=2,n=d |
| दृष्ट्वा | दृश् | pos=vi |
| दीप् | दीप् | pos=va,g=m,c=2,n=d,f=part |
| इव | इव | pos=i |
| अनलौ | अनल | pos=n,g=m,c=2,n=d |