महाभारतम् — 7.73.12
Original
Segmented
इषु-जाल-आवृतम् घोरम् अन्धकारम् अनन्तरम् अनाधृष्यम् इव अन्येषाम् शूराणाम् अभवत् तदा
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| इषु | इषु | pos=n,comp=y |
| जाल | जाल | pos=n,comp=y |
| आवृतम् | आवृ | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part |
| घोरम् | घोर | pos=a,g=n,c=1,n=s |
| अन्धकारम् | अन्धकार | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| अनन्तरम् | अनन्तर | pos=a,g=n,c=1,n=s |
| अनाधृष्यम् | अनाधृष्य | pos=a,g=m,c=2,n=s |
| इव | इव | pos=i |
| अन्येषाम् | अन्य | pos=n,g=m,c=6,n=p |
| शूराणाम् | शूर | pos=n,g=m,c=6,n=p |
| अभवत् | भू | pos=v,p=3,n=s,l=lan |
| तदा | तदा | pos=i |