महाभारतम् — 7.74.41
Original
Segmented
संजय उवाच सो ऽवतीर्य रथोपस्थाद् असंभ्रान्तो धनंजयः गाण्डीवम् धनुः आदाय तस्थौ गिरिः इव अचलः
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| संजय | संजय | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| सो | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| ऽवतीर्य | अवतृ | pos=vi |
| रथोपस्थाद् | रथोपस्थ | pos=n,g=m,c=5,n=s |
| असंभ्रान्तो | असम्भ्रान्त | pos=a,g=m,c=1,n=s |
| धनंजयः | धनंजय | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| गाण्डीवम् | गाण्डीव | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| धनुः | धनुस् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| आदाय | आदा | pos=vi |
| तस्थौ | स्था | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| गिरिः | गिरि | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| इव | इव | pos=i |
| अचलः | अचल | pos=a,g=m,c=1,n=s |