महाभारतम् — 7.75.5
Original
Segmented
आपतत्सु रथ-ओघेषु प्रभूत-गज-वाजिन् न असंभ्रमत् तदा पार्थः तत् अस्य पुरुषान् अति
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| आपतत्सु | आपत् | pos=va,g=m,c=7,n=p,f=part |
| रथ | रथ | pos=n,comp=y |
| ओघेषु | ओघ | pos=n,g=m,c=7,n=p |
| प्रभूत | प्रभूत | pos=a,comp=y |
| गज | गज | pos=n,comp=y |
| वाजिन् | वाजिन् | pos=n,g=m,c=7,n=p |
| न | न | pos=i |
| असंभ्रमत् | सम्भ्रम् | pos=v,p=3,n=s,l=lan |
| तदा | तदा | pos=i |
| पार्थः | पार्थ | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| तत् | तद् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| अस्य | इदम् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| पुरुषान् | पुरुष | pos=n,g=m,c=2,n=p |
| अति | अति | pos=i |