महाभारतम् — 7.76.34
Original
Segmented
हर्ष एव तयोः आसीद् द्रोण-अनीक-प्रमुक्तयोः समीपे सैन्धवम् दृष्ट्वा श्येनयोः आमिषम् यथा
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| हर्ष | हर्ष | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| एव | एव | pos=i |
| तयोः | तद् | pos=n,g=m,c=6,n=d |
| आसीद् | अस् | pos=v,p=3,n=s,l=lan |
| द्रोण | द्रोण | pos=n,comp=y |
| अनीक | अनीक | pos=n,comp=y |
| प्रमुक्तयोः | प्रमुच् | pos=va,g=m,c=6,n=d,f=part |
| समीपे | समीप | pos=n,g=n,c=7,n=s |
| सैन्धवम् | सैन्धव | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| दृष्ट्वा | दृश् | pos=vi |
| श्येनयोः | श्येन | pos=n,g=m,c=6,n=d |
| आमिषम् | आमिष | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| यथा | यथा | pos=i |