महाभारतम् — 7.78.21
Original
Segmented
संजय उवाच एवम् उक्त्वा अर्जुनः बाणान् अभिमन्त्र्य व्यकर्षयत् विकृः तेन एवम् धनुः-मध्य-गतान् शरान्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| संजय | संजय | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| एवम् | एवम् | pos=i |
| उक्त्वा | वच् | pos=vi |
| अर्जुनः | अर्जुन | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| बाणान् | बाण | pos=n,g=m,c=2,n=p |
| अभिमन्त्र्य | अभिमन्त्रय् | pos=vi |
| व्यकर्षयत् | विकर्षय् | pos=v,p=3,n=s,l=lan |
| विकृः | विकृष् | pos=va,g=m,c=2,n=p,f=part |
| तेन | तद् | pos=n,g=m,c=3,n=s |
| एवम् | एवम् | pos=i |
| धनुः | धनुस् | pos=n,comp=y |
| मध्य | मध्य | pos=n,comp=y |
| गतान् | गम् | pos=va,g=m,c=2,n=p,f=part |
| शरान् | शर | pos=n,g=m,c=2,n=p |