महाभारतम् — 7.80.16
Original
Segmented
मयूरो वृषसेनस्य काञ्चनो मणि-रत्नवत् व्याहरिष्यन्न् इव अतिष्ठत् सेना-अग्रम् अपि शोभयन्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| मयूरो | मयूर | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| वृषसेनस्य | वृषसेन | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| काञ्चनो | काञ्चन | pos=a,g=m,c=1,n=s |
| मणि | मणि | pos=n,comp=y |
| रत्नवत् | रत्नवत् | pos=a,g=m,c=1,n=s |
| व्याहरिष्यन्न् | व्याहृ | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
| इव | इव | pos=i |
| अतिष्ठत् | स्था | pos=v,p=3,n=s,l=lan |
| सेना | सेना | pos=n,comp=y |
| अग्रम् | अग्र | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| अपि | अपि | pos=i |
| शोभयन् | शोभय् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |