महाभारतम् — 7.85.47
Original
Segmented
त्वम् हि सत्य-व्रतः शूरो मित्राणाम् अभयंकरः लोके विख्यायसे वीर कर्मभिः सत्य-वाच् इति
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| त्वम् | त्वद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
| हि | हि | pos=i |
| सत्य | सत्य | pos=a,comp=y |
| व्रतः | व्रत | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| शूरो | शूर | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| मित्राणाम् | मित्र | pos=n,g=m,c=6,n=p |
| अभयंकरः | अभयंकर | pos=a,g=m,c=1,n=s |
| लोके | लोक | pos=n,g=m,c=7,n=s |
| विख्यायसे | विख्या | pos=v,p=2,n=s,l=lat |
| वीर | वीर | pos=n,g=m,c=8,n=s |
| कर्मभिः | कर्मन् | pos=n,g=n,c=3,n=p |
| सत्य | सत्य | pos=a,comp=y |
| वाच् | वाच् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| इति | इति | pos=i |