महाभारतम् — 7.9.65
Original
Segmented
अन्यम् औशीनरात् शैब्यात् धुरो वोढारम् इति उत गतिम् यस्य न यास्यन्ति मानुषा लोक-वासिनः
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| अन्यम् | अन्य | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| औशीनरात् | औशीनर | pos=a,g=m,c=5,n=s |
| शैब्यात् | शैब्य | pos=n,g=m,c=5,n=s |
| धुरो | धुर | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| वोढारम् | वोढृ | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| इति | इति | pos=i |
| उत | उत | pos=i |
| गतिम् | गति | pos=n,g=f,c=2,n=s |
| यस्य | यद् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| न | न | pos=i |
| यास्यन्ति | या | pos=v,p=3,n=p,l=lrt |
| मानुषा | मानुष | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| लोक | लोक | pos=n,comp=y |
| वासिनः | वासिन् | pos=a,g=m,c=1,n=p |