महाभारतम् — 7.90.1
Original
Segmented
संजय उवाच आत्म-अपराधतः सम्भूतम् व्यसनम् भरत-ऋषभ प्राप्य प्राकृत-वत् वीर न त्वम् शोचितुम् अर्हसि
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| संजय | संजय | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| आत्म | आत्मन् | pos=n,comp=y |
| अपराधतः | अपराध | pos=n,g=m,c=5,n=s |
| सम्भूतम् | सम्भू | pos=va,g=n,c=2,n=s,f=part |
| व्यसनम् | व्यसन | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| भरत | भरत | pos=n,comp=y |
| ऋषभ | ऋषभ | pos=n,g=m,c=8,n=s |
| प्राप्य | प्राप् | pos=vi |
| प्राकृत | प्राकृत | pos=a,comp=y |
| वत् | वत् | pos=i |
| वीर | वीर | pos=n,g=m,c=8,n=s |
| न | न | pos=i |
| त्वम् | त्वद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
| शोचितुम् | शुच् | pos=vi |
| अर्हसि | अर्ह् | pos=v,p=2,n=s,l=lat |