महाभारतम् — 7.93.27
Original
Segmented
निर्विद्धः तु शरैः घोरैः अक्रुध्यत् सात्यकिः भृशम् सायकान् व्यसृजत् च अपि वीरो रुक्मरथम् प्रति
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| निर्विद्धः | निर्व्यध् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
| तु | तु | pos=i |
| शरैः | शर | pos=n,g=m,c=3,n=p |
| घोरैः | घोर | pos=a,g=m,c=3,n=p |
| अक्रुध्यत् | क्रुध् | pos=v,p=3,n=s,l=lan |
| सात्यकिः | सात्यकि | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| भृशम् | भृशम् | pos=i |
| सायकान् | सायक | pos=n,g=m,c=2,n=p |
| व्यसृजत् | विसृज् | pos=v,p=3,n=s,l=lan |
| च | च | pos=i |
| अपि | अपि | pos=i |
| वीरो | वीर | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| रुक्मरथम् | रुक्मरथ | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| प्रति | प्रति | pos=i |