महाभारतम् — 7.93.34
Original
Segmented
पाण्डु-पाञ्चाल-संभग्नम् व्यूहम् आलोक्य वीर्यवान् शैनेये न अकरोत् यत्नम् व्यूहस्य एव अभिरक्षणे
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| पाण्डु | पाण्डु | pos=n,comp=y |
| पाञ्चाल | पाञ्चाल | pos=n,comp=y |
| संभग्नम् | सम्भञ्ज् | pos=va,g=m,c=2,n=s,f=part |
| व्यूहम् | व्यूह | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| आलोक्य | आलोकय् | pos=vi |
| वीर्यवान् | वीर्यवत् | pos=a,g=m,c=1,n=s |
| शैनेये | शैनेय | pos=n,g=m,c=7,n=s |
| न | न | pos=i |
| अकरोत् | कृ | pos=v,p=3,n=s,l=lan |
| यत्नम् | यत्न | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| व्यूहस्य | व्यूह | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| एव | एव | pos=i |
| अभिरक्षणे | अभिरक्षण | pos=n,g=m,c=7,n=s |