महाभारतम् — 8.1.32
Original
Segmented
सुहृदस् त्वद्-हिते युक्तान् भीष्म-द्रोण-मुखान् परैः निहतान् युधि संस्मृत्य कच्चिन् न कुरुषे व्यथाम्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| सुहृदस् | सुहृद् | pos=n,g=m,c=2,n=p |
| त्वद् | त्वद् | pos=n,comp=y |
| हिते | हित | pos=n,g=n,c=7,n=s |
| युक्तान् | युज् | pos=va,g=m,c=2,n=p,f=part |
| भीष्म | भीष्म | pos=n,comp=y |
| द्रोण | द्रोण | pos=n,comp=y |
| मुखान् | मुख | pos=n,g=m,c=2,n=p |
| परैः | पर | pos=n,g=m,c=3,n=p |
| निहतान् | निहन् | pos=va,g=m,c=2,n=p,f=part |
| युधि | युध् | pos=n,g=f,c=7,n=s |
| संस्मृत्य | संस्मृ | pos=vi |
| कच्चिन् | कच्चित् | pos=i |
| न | न | pos=i |
| कुरुषे | कृ | pos=v,p=2,n=s,l=lat |
| व्यथाम् | व्यथा | pos=n,g=f,c=2,n=s |