महाभारतम् — 8.2.15
Original
Segmented
द्रोणपुत्रस्य विक्रान्तम् राधेयस्य एव च उभयोः पाण्डु-पाञ्चाल-सैन्येषु द्रक्ष्यथ अपि महात्मनोः
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| द्रोणपुत्रस्य | द्रोणपुत्र | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| विक्रान्तम् | विक्रान्त | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| राधेयस्य | राधेय | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| एव | एव | pos=i |
| च | च | pos=i |
| उभयोः | उभय | pos=a,g=m,c=6,n=d |
| पाण्डु | पाण्डु | pos=n,comp=y |
| पाञ्चाल | पाञ्चाल | pos=n,comp=y |
| सैन्येषु | सैन्य | pos=n,g=n,c=7,n=p |
| द्रक्ष्यथ | दृश् | pos=v,p=2,n=p,l=lrt |
| अपि | अपि | pos=i |
| महात्मनोः | महात्मन् | pos=a,g=m,c=6,n=d |