महाभारतम् — 8.22.5
Original
Segmented
संजय उवाच हत-प्रहत-विध्वस्ताः विवर्मन्-आयुध-वाहनाः दीन-स्वराः दूयमाना मानिनः शत्रुभिः जिताः
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| संजय | संजय | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| हत | हन् | pos=va,comp=y,f=part |
| प्रहत | प्रहन् | pos=va,comp=y,f=part |
| विध्वस्ताः | विध्वंस् | pos=va,g=m,c=1,n=p,f=part |
| विवर्मन् | विवर्मन् | pos=a,comp=y |
| आयुध | आयुध | pos=n,comp=y |
| वाहनाः | वाहन | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| दीन | दीन | pos=a,comp=y |
| स्वराः | स्वर | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| दूयमाना | दु | pos=va,g=m,c=1,n=p,f=part |
| मानिनः | मानिन् | pos=a,g=m,c=1,n=p |
| शत्रुभिः | शत्रु | pos=n,g=m,c=3,n=p |
| जिताः | जि | pos=va,g=m,c=1,n=p,f=part |