महाभारतम् — 8.22.6
Original
Segmented
शिबिर-स्थाः पुनः मन्त्रम् मन्त्रयन्ति स्म कौरवाः भग्न-दंष्ट्राः हत-विषाः पद-आक्रान्ताः इव उरगाः
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| शिबिर | शिबिर | pos=n,comp=y |
| स्थाः | स्थ | pos=a,g=m,c=1,n=p |
| पुनः | पुनर् | pos=i |
| मन्त्रम् | मन्त्र | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| मन्त्रयन्ति | मन्त्रय् | pos=v,p=3,n=p,l=lat |
| स्म | स्म | pos=i |
| कौरवाः | कौरव | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| भग्न | भञ्ज् | pos=va,comp=y,f=part |
| दंष्ट्राः | दंष्ट्र | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| हत | हन् | pos=va,comp=y,f=part |
| विषाः | विष | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| पद | पद | pos=n,comp=y |
| आक्रान्ताः | आक्रम् | pos=va,g=m,c=1,n=p,f=part |
| इव | इव | pos=i |
| उरगाः | उरग | pos=n,g=m,c=1,n=p |