महाभारतम् — 8.24.146
Original
Segmented
रिपून् भार्गव देवानाम् जहि सर्वान् समागतान् लोकानाम् हित-काम-अर्थम् मद्-प्रीति-अर्थम् तथा एव च
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| रिपून् | रिपु | pos=n,g=m,c=2,n=p |
| भार्गव | भार्गव | pos=n,g=m,c=8,n=s |
| देवानाम् | देव | pos=n,g=m,c=6,n=p |
| जहि | हा | pos=v,p=2,n=s,l=lot |
| सर्वान् | सर्व | pos=n,g=m,c=2,n=p |
| समागतान् | समागम् | pos=va,g=m,c=2,n=p,f=part |
| लोकानाम् | लोक | pos=n,g=m,c=6,n=p |
| हित | हित | pos=n,comp=y |
| काम | काम | pos=n,comp=y |
| अर्थम् | अर्थ | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| मद् | मद् | pos=n,comp=y |
| प्रीति | प्रीति | pos=n,comp=y |
| अर्थम् | अर्थ | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| तथा | तथा | pos=i |
| एव | एव | pos=i |
| च | च | pos=i |