महाभारतम् — 8.27.27
Original
Segmented
हित-अर्थम् धार्तराष्ट्रस्य ब्रवीमि त्वा न हिंसया श्रद्धत्स्व एतत् मया प्रोक्तम् यदि ते ऽस्ति जिजीविषा
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| हित | हित | pos=n,comp=y |
| अर्थम् | अर्थ | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| धार्तराष्ट्रस्य | धार्तराष्ट्र | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| ब्रवीमि | ब्रू | pos=v,p=1,n=s,l=lat |
| त्वा | त्वद् | pos=n,g=,c=2,n=s |
| न | न | pos=i |
| हिंसया | हिंसा | pos=n,g=f,c=3,n=s |
| श्रद्धत्स्व | श्रद्धा | pos=v,p=2,n=s,l=lot |
| एतत् | एतद् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| मया | मद् | pos=n,g=,c=3,n=s |
| प्रोक्तम् | प्रवच् | pos=va,g=n,c=2,n=s,f=part |
| यदि | यदि | pos=i |
| ते | त्वद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
| ऽस्ति | अस् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
| जिजीविषा | जिजीविषा | pos=n,g=f,c=1,n=s |