महाभारतम् — 8.27.34
Original
Segmented
त्रिशूलम् आश्लिष्य सु तीक्ष्ण-धारम् सर्वाणि गात्राणि निघर्षसि त्वम् सु तीक्ष्ण-धार-उपम-कर्मणा त्वम् युयुत्ससे यो अर्जुनेन अद्य कर्ण
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| त्रिशूलम् | त्रिशूल | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| आश्लिष्य | आश्लिष् | pos=vi |
| सु | सु | pos=i |
| तीक्ष्ण | तीक्ष्ण | pos=a,comp=y |
| धारम् | धारा | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| सर्वाणि | सर्व | pos=n,g=n,c=2,n=p |
| गात्राणि | गात्र | pos=n,g=n,c=2,n=p |
| निघर्षसि | निघृष् | pos=v,p=2,n=s,l=lat |
| त्वम् | त्वद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
| सु | सु | pos=i |
| तीक्ष्ण | तीक्ष्ण | pos=a,comp=y |
| धार | धारा | pos=n,comp=y |
| उपम | उपम | pos=a,comp=y |
| कर्मणा | कर्मन् | pos=n,g=n,c=3,n=s |
| त्वम् | त्वद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
| युयुत्ससे | युयुत्स् | pos=v,p=2,n=s,l=lat |
| यो | यद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| अर्जुनेन | अर्जुन | pos=n,g=m,c=3,n=s |
| अद्य | अद्य | pos=i |
| कर्ण | कर्ण | pos=n,g=m,c=8,n=s |