महाभारतम् — 8.27.45
Original
Segmented
सृगालो ऽपि वने कर्ण शशैः परिवृतो वसन् मन्यते सिंहम् आत्मानम् यावत् सिंहम् न पश्यति
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| सृगालो | सृगाल | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| ऽपि | अपि | pos=i |
| वने | वन | pos=n,g=n,c=7,n=s |
| कर्ण | कर्ण | pos=n,g=m,c=8,n=s |
| शशैः | शश | pos=n,g=m,c=3,n=p |
| परिवृतो | परिवृ | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
| वसन् | वस् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
| मन्यते | मन् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
| सिंहम् | सिंह | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| आत्मानम् | आत्मन् | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| यावत् | यावत् | pos=i |
| सिंहम् | सिंह | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| न | न | pos=i |
| पश्यति | दृश् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |