महाभारतम् — 8.27.48
Original
Segmented
यावद् गाण्डीव-निर्घोषम् न शृणोषि महा-आहवे तावद् एव त्वया कर्ण शक्यम् वक्तुम् यथा इच्छसि
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| यावद् | यावत् | pos=i |
| गाण्डीव | गाण्डीव | pos=n,comp=y |
| निर्घोषम् | निर्घोष | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| न | न | pos=i |
| शृणोषि | श्रु | pos=v,p=2,n=s,l=lat |
| महा | महत् | pos=a,comp=y |
| आहवे | आहव | pos=n,g=m,c=7,n=s |
| तावद् | तावत् | pos=i |
| एव | एव | pos=i |
| त्वया | त्वद् | pos=n,g=,c=3,n=s |
| कर्ण | कर्ण | pos=n,g=m,c=8,n=s |
| शक्यम् | शक् | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=krtya |
| वक्तुम् | वच् | pos=vi |
| यथा | यथा | pos=i |
| इच्छसि | इष् | pos=v,p=2,n=s,l=lat |