महाभारतम् — 8.28.21
Original
Segmented
कथम् नु हंसम् बलिनम् वज्र-अङ्गम् दूर-पातिनम् काको भूत्वा निपतने समाह्वयसि दुर्मते कथम् त्वम् पतनम् काक सह अस्माभिः ब्रवीषि तत्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| कथम् | कथम् | pos=i |
| नु | नु | pos=i |
| हंसम् | हंस | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| बलिनम् | बलिन् | pos=a,g=m,c=2,n=s |
| वज्र | वज्र | pos=n,comp=y |
| अङ्गम् | अङ्ग | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| दूर | दूर | pos=a,comp=y |
| पातिनम् | पातिन् | pos=a,g=m,c=2,n=s |
| काको | काक | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| भूत्वा | भू | pos=vi |
| निपतने | निपतन | pos=n,g=n,c=7,n=s |
| समाह्वयसि | समाह्वा | pos=v,p=2,n=s,l=lat |
| दुर्मते | दुर्मति | pos=a,g=m,c=8,n=s |
| कथम् | कथम् | pos=i |
| त्वम् | त्वद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
| पतनम् | पतन | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| काक | काक | pos=n,g=m,c=8,n=s |
| सह | सह | pos=i |
| अस्माभिः | मद् | pos=n,g=,c=3,n=p |
| ब्रवीषि | ब्रू | pos=v,p=2,n=s,l=lat |
| तत् | तद् | pos=n,g=n,c=2,n=s |